सुरत :- दिनांक 21/8/2024 बुधवार को संपूर्ण भारत देश के SC, ST समाज के विविध संगठोनो द्वारा संपूर्ण भारत बंद का ऐलान किया जिसे हमे शांती पूर्वक तथा अहिंसात्मक पद्धती से सफल बनाया है इसलिए सुरत शहर के समस्त SC, ST एवं डॉक्टर बाबा साहब अंबेडकर जी के विचारो को मानने वाले समस्त बहुजन समाज
के बुद्धिजीवी वर्ग से सभी आंबेडकरवादी समाज के नागरिक 12-00 बजे मानदरवाजा स्थित डॉक्टर बाबा साहब अंबेडकर जी के प्रतिमा के पास उपस्थित होकर है। इस भारत बंध का समर्थन कि
या गया भारत देश के सबसे बड़े कोर्ट ने जो फेसला सुनाया उसके खिलाफ मे विरोध जताया 1 अगस्त 2024 को सु
प्रीम कोर्ट की संवैधानिक बेंच द्वारा एससी / एसटी वर्ग के खिलाफ, आरक्षण में वर्गीकरण एवं क्रिमीलेयर का फैसला सुनाया था जो कि संविधान के अनुच्छेद 15(4) ओर 16(4) का उल्लंघन है क्योंकि यह निर्णय एससी/ एसटी समुदाय को षंडयंत्र के तहत कमजोर करने का गैर संविधान निर्णय है । यह आरक्षण डॉक्टर बाबासाहब भीमराव अंबेडकर जी द्वारा जातीय भेदभाव को देखते हुए समानता लाने व गैर बराबरी को समाप्त करने के लिए संविधान के अनुच्छेद 15(4) ओर 16(4) मे सुनिश्चित किया था, जो देश की 78 साल की आजादी के बाद भी ऊंच नीच, छुआछूत जैसी समस्या बड़े पैमाने पर समाज में आज भी फैली हुई हैं। तथा नौकरियों में भी अभी तक इनको उचित प्रतिनिधित्व नहीं मिला है। उस पर भी सरकार धीरे-धीरे निजीकरण करके नौकरियों को समाप्त करने का काम कर रही है। आरक्षण में वर्गीकरण का फैसला, एवं क्रीमीलेयर की सोच, आरक्षण को खत्म करने की प्रक्रिया के समान है। इसलिए माननीय महोदय सुरत शहर कलेक्टर श्री साहब मार्फत आदरणीय महामहिम राष्ट्रपति महोदया जी को सुप्रीम कोर्ट का आरक्षण संबंधित विभाजनकारी फैसले के खिलाफ दिनांक 21 अगस्त 2024 को दोपहर 1-00 बजे आवेदन पत्र देकर निवेदन सूरत शहरके जिल्ला कलेक्टर साहब रबारी को निवेदन सोपा गया कि उपरोक्त विषय पर सरकार को दिशा निर्देश देकर सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को शिघ्र निरस्त करवाने एवं आरक्षण को 9वी अनुसूची में डालने के दिशा निर्देश सरकार को दें। इसलिए समस्त आंबेडकरी-बौद्ध समाज के आदर्णीय गुरु के साथ मिलकर भारत के राष्ट्रपति को निवेदन भेजा गया एवं SC, ST समाज के विविध संगठन के द्वारा निवेदन सोपे गए ओर सूरत शहरके सभी विस्तार मे शांतता पूर्वक भारत बंध का असर दिखा !! इस समय आंबेडकरवादी समाज के मुख्य भंते ध
म्मरक्षित , भंते शील रक्षित द्वारा लोकवंचित वार्ता डिजिटल,प्रिंट मीडिया के माध्यम से सरकार को बात रखी गई 1990 मे राजा सयाजीराव गायकवाड,ओर भारत को गुलाम करनेवाला अंगेरेज ने भी आरक्षण दिया है तो आप कीस तरह आरक्षण हटा सकते है ओर विभाजन कर सकते अगर इस तरह आप सत्ता का पवार दिखाते रहे तो एक दिन यह भारत देश बन जाएंगा इस लिए आप इस पर विचार करके इस निर्णय को रद्द करे ऐशी भावना जताई ॰