Slide 1 Heading
Lorem ipsum dolor sit amet consectetur adipiscing elit dolor
Click Here
Slide 2 Heading
Lorem ipsum dolor sit amet consectetur adipiscing elit dolor
Click Here
Slide 3 Heading
Lorem ipsum dolor sit amet consectetur adipiscing elit dolor
Click Here
Previous slide
Next slide

क्या सच में गिरगिट रंग बदलता है? या यूं ही लोग बोलते हैं मुहावरा, हकीकत से कितना वास्ता, जानें इसके पीछे की वजह

Chameleon changes colour: आप तो बात-बात पर गिरगिर की तरह रंग बदलते हैं. ये मुहावरा आपने बहुत से लोगों के मुंह से कहते सुना होगा. लेकिन क्या हकीकत में गिरगिर रंग बदलता भी है? या गिरगिट दिन में कितने रंग बदल सकता है? इस हकीकत को शायद कम लोग ही जानते होंगे. आज इसी हकीकत को जानने के लिए डीएन कॉलेज मेरठ की जन्तु विज्ञान विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर शेफाली पुनिया से बात की. तो चलिए जानते हैं इस बारे में-

क्यों लगता कि गिरगिट रंग बदलता है

एक्सपर्ट के मुताबिक, गिरगिट की स्किन ट्रांसपेरेंट यानी पारदर्शी होती है और इसके नीचे रंग वाले कोश होते हैं. गिरगिट की पारदर्शी स्किन के नीचे पीले, काले और लाल रंग के दानेदार पिगमेंट होते हैं. यही वजह है कि गिरगिट जहां खड़ा होता है वैसा ही दिखने लगता है. यदि गिरगिट हरी पत्तियों के आसपास होता है तो हरा हो जाएगा. सूखी लकड़ियों के पास हो तो लकड़ी जैसा हो जाएगा. किसी पत्थर के पास है तो उसके जैसा हो जाएगा. इसलिए लोगों को लगता है कि वह रंग बदलता है. कुल मिलाकर गिरगिट रंग नहीं बदलता है, बल्कि फोटोनिक क्रिस्टल की परत प्रकाश का परावर्तन करती है. हालांकि, लोगों को ऐसा प्रतीत जरूर होता है.

आवेश में आने पर दिखेगा अलग रंग

गिरगिट का रंग आवेग, प्रकाश और तापमान की वजह से भी बदला दिख सकता है. क्योंकि जब गिरगिट की कोशिकाएं सिकुड़ती और फैलती हैं तो उसके दानेदार पिगमेंट बदले हुए रंग में दिखते हैं. दरअसल, गिरगिट को जब गुस्सा आता है या डर लगता है तो उसका नर्वस सिस्टम इसकी कोशिकाओं को संदेश भेजता है और इससे गिरगिट का रंग काला हो जाता है. इसके अलावा, उत्तेजना और भय से त्वचा पर पीले धब्बे दिखाई देने लगते हैं. इसके अलावा तापमान से भी गिरगिट का रंग बदलता है. सूरज की गर्म रोशनी से गिरगिट काले रंग का हो जाता है लेकिन अंधेरे में गर्मी से ये हरे रंग का हो जाता है.

सोते समय गिरगिट किस रंग के होते हैं?

डॉ. पुनिया के मुताबिक, गिरगिट जब सोता है, तो रंग नियंत्रण शिथिल हो जाता है. इससे सोते हुए गिरगिटों का रंग बेहद हल्का हो जाता है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि प्रकाश को अवशोषित करने वाली कुछ वर्णक कोशिकाएं शिथिल हो जाती हैं.

ये भी जानें:  Hot milk benefits: क्या गर्म दूध पीने से अच्छी नींद आती है? कितनी है इस बात में सच्चाई, डाइटिशियन ने बताई सही बात

ये भी जानें:  खतरनाक है खाना खाने के बाद की ये परेशानी, उड़ा देती है रातों की नींद, डॉक्टर ने बताए राहत पाने के 5 आसान तरीके

Tags: Ajab ajab news, Lifestyle, Science news

Source link

Facebook
Twitter
LinkedIn
WhatsApp
Telegram
X
Email