गुजरात में सूरत के भेस्तान इलाके के एक झोलाछाप डॉक्टर के इंजेक्शन से 3 साल की बच्ची की जान चली गई। 6 माह बाद पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद खुलासा हुआ कि बच्ची की मौत इंजेक्शन की वजह से हुई है। पुलिस ने झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है।
इंजेक्शन लगते ही बच्ची की हालत गंभीर हो गई थी
भेस्तान पुलिस के मुताबिक नरगिस नगर में रहने वाले रबीउल रुस्तम शेख की 3 साल की बच्ची फातिमा 15 फरवरी को खेलते समय गिर गई थी। उसके बाएं पैर में चोट लगी थी। घायल बच्ची को गरीब नवाज सोसाइटी में डॉ. रेहाना क्लिनिक में ले गए।
वहां शमीम सिराजुद्दीन अंसारी (मूल जिला मुजफ्फरपुर, बिहार) ने बच्ची को 3 इंजेक्शन लगाए और घाव की जगह टांके लगाए। इंजेक्शन लगाने के बाद बच्ची की हालत गंभीर होने लगी तो शमीम ने दूसरे अस्पताल ले जाने को कहा। परिजन बच्ची को सिविल अस्पताल ले गए, लेकिन उसकी मौत हो गई। फॉरेंसिक पीएम की रिपोर्ट में मौत का कारण इंजेक्शन को बताया गया।
डॉक्टर के पास एनईएचएम की डिग्री मिली
झोला छाप शमीम अंसारी 10वीं पास है। उसके पास एनईएचएम (नैचुरो इलेक्ट्रो-होम्योपैथी मेडिक्स ऑफ इंडिया), दिल्ली का सर्टिफिकेट मिला है। वह पिछले 10 साल से क्लीनिक चला रहा है। बता दें कि कुछ दिन पहले डिंडोली से 7 और पांडेसरा से 9 फर्जी डॉक्टरों को गिरफ्तार किया था।